तिल वैसे तो पूरे भारतवर्ष में ही खाया जाता है परंतु तिल की चक्की उत्तर भारत में बहुत शौक से खाई जाती है | विशेषकर सर्दियों में मकर सक्रांति व लोहरी पर इसे ज्यादा खाई जाती है | तिल की चक्की गुड़ की चाशनी या चीनी की चाशनी डालकर बनाई जाती है |
For recipe in English click here – Til ki Chikki
इससे और भी बहुत सारी मिठाईयां बनती हैं | सर्दियों में आपको बाजार में तिल की गजक, तिलपट्टी या रेवड़ी बहुत देखने को मिल जाएगी|
तिल के फायदे
तिल की चक्की खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम मिलता है |इसका तासीर गर्म होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है | और ठंड में इसे खाने से ज्यादा फायदा होता है |क्योंकि इसे खाने से शरीर को ठंड से लड़ने की ताकत मिलती है | ये भूख बढ़ाने में मदद करता है | सर्दियों में खांसी से बचाता है |यह कैंसर और डायबिटीज पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद होता है
आवश्यक सामग्री
- 1 किलो – तिल
- 1 किलो – गुड़
- 100 ग्राम – घी
- 10-15 – इलायची
- 100-150 ग्राम – मूंगफली
तिल की चक्की बनाने की विधि
1.सबसे पहले सफेद तिल ले| तिल को तीन चार बार अच्छी तरह धो लें फिर धूप में सूखा दे |
2. सूखने के बाद तिल को कड़ाई में हल्की आँच पर हल्का सा सुनहरा होने तक सेक लें|
3. इसे सेकने में 2-3 मिनट ही लगेंगे | ज़्यादा सेकने पर तिल कड़वा हो जाता हे |
4. अब तिल को ग्राइंडर में दरदरा पीस ले | ज़्यादा बारीक न करें |
5. इसके बाद आप धीमी आंच पर मूंगफली को घी में तल लें |
6. तिल की चक्की के लिए गुड़ की चाशनी बनाए | 100 ग्राम पानी में गुड़ मिलाऐ और गर्म करें |
7. जब तक सारा गुड़ पिघल न जाए तब तक गर्म करें | चाशनी में हमें तार नहीं बनाना है|
8. अब चाशनी में तिल और मूँगफली डाल दें साथ ही घी भी मिला दें | उसे 2-3 मिनट तक आँच पर ही चलाए |
9. अब आप गैस बंद कर दे | फिर एक थाली में घी लगा कर उसमें फैला दें |
10. 10 मिनट बाद उसे चाकू से चकोर शेप में काट लें |आपकी तिल की चक्की तैयार है |
11. अब आप तिल की चक्की को डब्बे में में भरकर रख ले| इससे आप 1 महीने तक आराम से खाएं |
नोट – गुड़ को धीमी आँच पर ही पिघलाएँ नहीं तो चाशनी खिंच जाएगी |