रसमलाई और रोषो मलाई एक प्रमुख बंगाली मिठाई है | बंगाली में रोष का मतलब होता है रस और मलाई का मतलब होता है क्रीम इन दोनों शब्दों को मिलाकर रसमलाई बना है | ये पूरे देश में बहुत शौक से खाया जाता है| क्योंकि बंगाल छैना की मिठाई बनाने में विशेषता रखता है इसलिए यह बंगाल की बहुत प्रसिद्ध है |छैना से बनी हुई मिठाईयां काफी हल्की और स्वादिष्ट होती है | रसमलाई बनाने के लिए दूध को फाड़कर छैना बनाया जाता है| फिर चपटे आकार के रसगुल्ले बनाए जाते हैं जिन्हें रबड़ी में डाल कर रखा जाता है | इसमें अच्छी खुशबू और अच्छे स्वाद के लिए केसर, इलायची और मेवे डाले जाते है |
छेना की मिठाई के फायदे
रसमलाई छैना से बनाया जाता है |और छैना में प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट, लैक्टिक एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है, जो कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है | अर्थात रसगुल्ला स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ वर्धक मिठाई भी है | यह हड्डियों को मजबूत बनाता है, और बच्चों के लिए मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत अच्छा होता है |
रसमलाई बनाने की सामग्री
- 2 – kg दूध
- 2 – कटोरी चीनी
- 15 से 20 केसर की पत्तियां
- 8 से 10 – बादाम के टुकड़े
- 10 से 12 – पिस्ते के टुकड़े
- 5 से 6 – इलायची पाउडर
- 2 – नींबू का रस
रबड़ी बनाने की विधि
1.सबसे पहले आप 1 किलो दूध ले और उसे गैस पर गरम होने के लिए चढ़ा दें |
2. दो चम्मच गर्म दूध में 15 से 20 पत्ती केसर की डाल कर रख दे |
3. जब दूध में तेज उबाल आ जाए तो गैस को मध्यम आंच पर कर दें | और दूध को गाढ़ा होने दे रबड़ी बनाने के लिए है|
4. दूध को उबालना है जब तक कि दूध आधा हो जाए | रबड़ी बनाने के लिए कोई भी दूध ले ले|
5. बीच-बीच में दूध को चलाते जाए जिससे वह सतह पर ना चिपके |
6. जब दूध गाढ़ा होने लगे तो उसमें इलायची पाउडर, बादाम, पिस्ता और केसर वाला दूध डालकर चला दे|
7. आप चाहें तो एक चुटकी केसरिया रंग और केवड़ा एसेंस भी डाल सकते हैं|
8. अगर आप का दूध गाढ़ा हो कर आधा रह गया हो तो गैस को बंद कर दीजिए |
9. हम गर्म गर्म दूध में चीनी नहीं मिलाएंगे थोड़ी देर ठंडा होने के बाद आधा कटोरी चीनी मिलाएंगे |
10. क्योंकि गर्म दूध में चीनी मिलाने से दूध पतला हो जाता है |
रसमलाई कैसे बनाएं
1.अब हम दूसरे भागोनी या पैन में 1 किलो दूध लेंगे उसे भी गैस पर गर्म करने के लिए रखेंगे|
2. दूध अगर गाय का हो तो ज्यादा अच्छा है गाय के दूध से छैना ज्यादा सॉफ्ट बनता है |
3. अगर गाय का दूध ना हो दूसरा दूध भी ले सकते हैं |
4. लेकिन पहले दूध को गर्म करके उसकी मलाई निकाल ले फिर उसका छैना बनाएं |
5. दूध में जब उबाल आ जाए तो गैस बंद कर दें| गैस बंद करने के बाद आप दो चम्मच नींबू का रस उसमें डालें और धीरे से चलाएं दूध फट जाएगा |
6. अगर दूध ना फटे तो थोड़ा नींबू का रस और डाल दे और 5 मिनट के लिए छोड़ दें|
7. थोड़ी देर में छैना नीचे बैठ जाएगा और पानी ऊपर आ जाएगा |
8. दूध फाड़ने के लिए आप विनेगर और टाटरी का भी उपयोग कर सकते हैं |
9. अब एक बाउल के ऊपर एक छलनी रखें छलनी में कपड़ा रखें और सारा फटा हुआ दूध उसमें डाल दे|
10. दूध का पानी नीचे बाउल में चला जाएगा और छैना छलनी में रह जाएगा |
11. अब उस छेने पर सादा पानी डालकर छेने को अच्छी तरह धो लें जिससे नींबू का खट्टापन निकल जाए |
12. छेने को धीरे धीरे दबाकर सारा पानी निकाल ले | और आधा घंटे के लिए कहीं लटका दें|
13. ऐसा करने से छेने का सारा पानी निकल जाए |
14. अब आप एक प्लेट ले उसमे सारा छैना निकाल ले, और उसी धीरे-धीरे मसले करीब 7 -8 मिनट तक ताकि छैना नरम हो जाए |
15. आप चाहें तो छेने में 1/2 चम्मच कॉर्न फ्लोर पाउडर भी डाल सकते है |रसमलाई के टेक्सचर को थोड़ा और अच्छा करने के लिए |
16. परंतु अगर आप कॉर्न फ्लोर पाउडर नहीं डालेंगे तो भी रसमलाई अच्छी बनेगी |
17. छेने के नरम होने पर उसकी छोटे-छोटे गोले बनाए फिर उन्हें थोड़ा सा दबाकर चपटा कर दे |
18. गोले बनाते समय उनमें दरार नहीं पड़नी चाहिए अगर दरार पड़े तो छेने और थोड़ा सा नरम करें |
चाशनी कैसे बनाएं
1. चासनी बनाने के लिए एक बर्तन ले उसको डेढ़ कटोरी चीनी डालें 4 कप पानी डालें और फिर उसे गैस पर गरम होने के लिए चढ़ा दें |
2. जब पानी में उबाल आ जाए और चीनी अच्छी तरह घुल जाए तब आप (छेने ) रसमलाई के गोले एक-एक करके डाल दें | गैस को तेज ही रखना है |
3. चाशनी के बर्तन को एक प्लेट से ढक दें, और तीन-चार मिनट बाद प्लेट को हटाकर (छेने ) रसमलाई को पलटे |
4. इन्हें 20 मिनट तक चासनी में पकने दें बीच-बीच में एक-दो बार इन्हें पलटे ।
5. अगर आपको चाशनी गाढी लगे तो बीच में थोड़ा सा (1/2 से1 कप) पानी मिला सकते हैं।
6. लगभग 20 मिनट बाद आप अपनी चाशनी वाली गैस बंद कर दें |
7. आपके (छेने ) रसमलाई के गोले बनकर तैयार है अब इन्हें थोड़ी देर ठंडा होने दें |
8.जब हमारे (छेने के गोले) रसमलाई ठंडी हो जाएगी तब उन्हें थोड़ा-थोड़ा दबाकर हम इस रबड़ी वाले गाढ़े दूध में डाल देंगे|
9. ध्यान रहे यह गाढ़ा दूध बिल्कुल ठंडा नहीं होना चाहिए | थोड़े गरम दूध में ही रसमलाई डाले|
10. अब आप इस रसमलाई को गार्निश करने के लिए ऊपर से पिस्ते के टुकड़े डालें |
11. और 2 से 3 घंटे के लिए उससे ऐसे ही छोड़ दें |
12. फिर करीब 3 घंटे के लिए फ्रिज में ठंडे होने के लिए रख दें |
13. आपकी ठंडी ठंडी स्वादिष्ट केसरिया रसमलाई बनकर तैयार है|
सुझाव
- रसमलाई बनाने के लिए अगर गाय का दूध ले तो छैना ज्यादा नरम बनता है |
- अगर हम छेने को अच्छी तरह मसल कर नरम बनाते हैं तो उसकी रसमलाई ज्यादा सॉफ्ट और स्पंजी बनती है |
- छैना के बचे हुए पानी से आप आटा गूथ सकते हैं, और सब्जी की ग्रेवी में डाल सकते हैं |
- बची हुई चाशनी से आप माल पुआ, पुआ, रसगुल्ला या हलवा बना सकते हैं |
- 1 किलो दूध के छेने से करीब 10 रसमलाई तैयार होती है |